type hindi on Android phone and tablet

type hindi on Android phone and tablet

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Here is the explanation of these steps:
Go to apps in your mobile. Then go to Google
Play Store.
Search for “hindi input”.
You’ll get Google Hindi Input in search results.
Click on this.
Now you’ll be on Google Hindi Input install
page. Click on the Install button to install the
app. Accept and give permission as asked for.
Once the download is complete, the application
will install itself. Wait for the “successfully
installed” status.
Now go to System Settings and then locate the
“Language and Input” section. In this section,
you’ll see keyboard named “Google Hindi Input”.
Select this by checking the box.
Now starting writing/compsing an message. On
top-left corner of your screen, you’ll see a
keyboard icon. Pull this icon down.
Now, you’ll get a screen where you can select
the input method. Tap on “Choose Input
Method”
Select “Hindi transliteration” from the presented
choice.
Voila! You’ll see that your keyboard has changed
and it is now showing Hindi alphabets!
On this keyboard, you’ll see a new button
showing ” a => अ ” If you switch this button ON
(the button is on when the line of this button is
lit in blue color) you’ll be able to do
transliteration. For example, to write ‘कहानी’
you need to type ‘kahani’.
If you want to write message in English letters –
just tap the a => अ button to switch off
transliteration.
Once this app is installed, you’ll be able to type
in Hindi everywhere in your mobile device. You
can send SMS in Hindi Devanagari and send
messages on Whatsapp, Viber, Facebook
Messenger etc.

build an electric fan

build an electric fan

कैसे बनाएँ एक विद्दुत पँखा ?
{how to build an
electric fan? in hindi

(Electric fan)बिद्युत पंखा एक (electricity) बिजली से चलने
बाला उपकरण है जो
  (Electric motor ) विद्युत् मोटर से चलता है यह
मोटर विजली से घुमती है
और साथ में यह ब्लेड
को भी घुमाती है जिससे
(Cool air)शीतल
हबा मिलती है।
बिद्युत
पंखों के बारे में तो आप बेहतर
जानते ही होंगे ।
कारखानों में तो पंखे बनते
ही हैं
क्या यह घर में भी बन सकते हैं
तो मेरा जबाब है हाँ बस
कुछ साधारण से तरीके उपयोग
करके आप घर में
पंखा बना सकते हैं तो चलिए
बनाते हैं

बनाने की बिधी

1 ब्लेड लो और एक
छोटा सा छेद बना लो मोटर
को जोड़ने के
लिए।

2 (बेक्ल्पिक) छेद बनाने के लिए
साधारण ड्रिल
का प्रयोग करें।

3 अब ब्लेड को मोटर से जोड़ें ।

4 अब बेटरी को अछे से चित्र में
दर्शाए अनुसार जोड़े।

5 बेटरी को मोटर के साथ
जोड़ कर देख ले
कि क्या बो कम कर रही है?
क्या बो सही दिशा में
घूम रही है

6 अब पुरे सिस्टम को जोड़ दें ।

7 एक बार पुन: देख लें
की सिस्टम कम कर रहा है
या नहीं ?

8 मुबारक हो आपने कर
दिखाया आपका विद्युत्
पंखा बन गया।

तो आपने सरल तरीके से घर में
ही पंखा बना लिया ।

यह एक सरल मोडल है आप
अपनी योग्यता अनुसार इसमें
फेर वदल कर इसे और
भी अच्छा बना सकते हैं।

आप अपनी creation और experience
के बारे में हमर कमेन्ट कमेन्ट करें।

अगर आप भी विज्ञान के बारे में
कोइ पोस्ट या बात शेयर
करना चाहते हैं तो हमे मेल करे
हमारा पता है
vigyanmera@gmail.com
हम आपकी पोस्ट को आपके नाम
और फोटो के साथ परकाशित
करेंगे ।।
                   धन्यवाद

how to make an electromagnet

how to make an electromagnet

(ELECTROMAGNET)विद्युत् चुम्बक एक एसा उप्करण है

                      जो विजली  से
काम करता है और लोहे
की बस्तुओं को अपनी और
आकर्षित करता है।
     जब
किसी लोहे की छड़
को इंसुलेटेड कोपर के तार से बहुत
बार लपेटा जाता है
और उसमे विद्युत्
गुजारी जाती है तो बह लोहे
की छड़
चुम्बक बन जाती है । जब विद्युत्
आपूर्ति बंद होती है
वह फिर से लोहा बन
जाता है।

क्या क्या सामग्री चाहिए
:: लोहे की किल या छड़
::.इंसुलेटेड ताम्बे की तार कुछ
मीटर
::.बेटरी

बनाने की बिधि::.
       अपने घर में विद्युत् चुम्वक
बनाना कितना आसन काम
है, यह शाईद तुमने
कभी सोचा भी नही होगा ।
चलो आज ये राज
भी खोल दिया जाए । कोइ
भी लोहे की छड जैसे कोइ
कील, बोल्ट ले लो। इसे
अछी तरह से साफ कर लो।
उसके
बाद इसके ऊपर (insulated) इंसुलेटेड (cu) कोपर के
तार लपेटो और अंत में
तार के (insulation) इन्सुलेशिओन खुरच
दो लगभग 3(cm) सेंटीमीटर ।
इन दोनों सिरों को बेटरी के
(Terminal)टार्मिलों से जोड़ दें। लो ये
बन
गया आपका विद्युत् चुंबक।।

इसे
परखने के लिये इसके
करीब लोहे के कील या क्लिप
लाओ अबी देखो (mazic) जादू
बाह इसने तो सब क़ो खिंच
लिया।

know who use your computer in your absance

know who use your computer in your absance

क्या आपके कम्प्यूटर को कोई आपकी अनुपस्थिति में चला रहा है, लेकिन आप पता नहीं लगा पा रहे हैं।
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क्योंकि आपके पास कोई ऐसा तरीका नहीं है जिससे आप यह जान सकें कि आपके पीछे आपका कम्प्यूटर आखिरी बार कब ऑन किया गया गया था और उस परकितनी देर काम किया गया था और उसे कब शटडाउन किया गया था,
                          अगर यह डिटेल मिल जाये तो कितना अच्छा हो। क्या आप बहुत दिनों से ऐसा कोईतरीका खोज रहे हैं,

जिससे आप जान पायें कि आज से पहले आपने खुद अपनेकम्प्यूटर पर कब काम किया था, तो कोई बात नहीं ऐसा तरीका है जिससे आप यह सब जान सकते हैं, लेकिन कैसे??? तो आइये जानते हैं

                        -इवेंट व्यूअरइवेंट व्यूअर या घटना दर्शक विण्डोज की यही एप्लीकेशन आपको यहसब जानकारी देने में समक्ष होती है। असल में इवेंट व्यूअर एक ऐसा उपकरण होता है जो आपके विण्डोज में होने वाली महत्वपूर्ण घटनाओं जैसे, लॉगइन, शटडाउन, रीस्टार्ट, एरर मैसेज,
आदि को डेट और टाइम के साथ सुरक्षित रख लेता है, जिससे आपकभी भी इन घटनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इवेंट व्यूअर को कैसे प्रयोग करें –
*.Windows Button + R दबाइये और type कीजिये “eventvwr.msc” और OK पर click कीजिये या Enter को दबाइये। *.Event Viewer खुलने पर Windows Logs पर click कीजिये और Security को select कीजिये।
*.*.Security पर Click करते ही आपको एक List दिखाइ देगी जिसमें keywords, Date and Time,Source, Event ID औरTask Category दिखाइ देगी। Task Category में ही आपको Logon, Special Logon, Logoff जैसी details मिल जायेगी।
*.अब किसी भी Date के Logon और Logoff को देखने के लिये केवल स्क्राल कीजिये और जानकारी प्राप्त कीजिये।
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now you cam use whatsapp on pc/laptop

now you cam use whatsapp on pc/laptop

पीसी पर भी चल सकता है whatsapp

Whatsapp तेजी से लोकप्रिय होती मोबाइल चैट एप्लीकेशन है.
इसके जरिये आप दुनिया भर में मुफ्त संदेश, तस्वीरें और वीडियो भेज सकते हैं. आपकोजानकर हैरत नहीं होगी कि इसका इस्तेमाल आप अपने कंप्यूटर पर भी कर सकते हैं.सिंबियन, ब्लैकबेरी, आईफोन,एंड्रॉयड और विंडोज फोन जैसे कई स्मार्टफोन प्लेटफॉर्म पर Whatsapp उपलब्ध है.

लेकिन दुर्भाग्य से कंप्यूटर के लिए कोई Whatsapp एप्लीकेशन उपलब्ध नहीं है.

इसके बावजूद आपकंप्यूटर पर Whatsapp का इस्तेमाल कर सकते हैं, बस उंगलीजरा टेढ़ी करनी पड़ेगी.     

                         हम आपको दो तरीके बता रहे हैं, जो आपको ठीक लगे, इस्तेमाल करें और कंप्यूटर पर Whatsapp को एंजॉय करें.

पहला तरीका

1.BlueStack.comसे BlueStack डाउनलोड करें.
2. BlueStack को इंस्टॉल कर लें.
3. इंस्टॉल करने के बाद इसके डेस्कटॉप आइकन पर क्लिक करें. इसका मेन इंटरफेस आपके सामने खुल जाएगा.
4. आपको 25 अलग-अलग एप्लीकेशन कापैनल दिखेगा. ऊपर दाईं तरफ ‘My Apps’ का टैब होगा. उस पर क्लिक कीजिए.
5. इस पर क्लिक करने के बाद आपको डिफॉल्ट एप्स दिखने लगेंगी.
6. ‘App Search’ पर क्लिक कीजिए औरसर्चबॉक्स में Whatsapp टाइप करके सर्च कीजिए. इसे इंस्टॉल कर लें.
7. इंस्टॉल होने के बाद My Apps के कॉलममें आपको Whatsapp का ऑप्शन भी दिखने लगेगा.
8. Whatsapp के ऑप्शन पर क्लिक कीजिए, जरूरी जानकारियां दीजिएऔर Whatsapp इस्तेमाल करने के लिए तैयार है. आप अपना कोई भी फोन नंबर दे सकते हैं. वह नंबर देना ही जरूरी नहीं है, जिससे आप मोबाइल पर Whatsapp इस्तेमाल करते हैं.

ऑथेंटिकेशन कोड आपको उसी मोबाइल पर भेजा जाएगा, उस कोड को मैनुअली आपको डालना होगा.

दूसरा तरीका

दूसरा तरीका है Wassapp.

यह Whatsapp का अनौपचारिक क्लाएंट है. अगर आपका कंप्यूटर स्लो है, तो Wassapp के जरियेWhatsapp इंस्टॉल करें.
1. कंप्यूटर में Wassap इंस्टॉल करें. 11 एमबी की फाइल है, बहुत कम समय लेगी.
2. इंस्टॉल होने के बाद यह स्टार्ट करने के दो ऑप्शन दिखाएगी. एक है, नया WhatsApp अकाउंट बनाएं और दूसरा, पुराना इस्तेमाल करें.
3. अगर आप अपना पुराना WhatsApp अकाउंट इस्तेमाल करना चाहते हैं तो बस अपना देश सलेक्ट कीजिए, पासवर्ड और फोन नंबरदीजिए. आपके फोन का IMEI नंबर को पासवर्ड के रूप में इस्तेमाल करें.
4. अगर आप कंप्यूटर पर नया Whatsapp अकाउंट बनाना चाहते हैं तो ‘रजिस्टर’ बटन पर क्लिक करें.
5. जरूरी जानकारियां भरें.
6. चुनें कि आप लॉग इन कोड फोन परचाहते हैं या SMS पर.
7. ऑटो-जनरेटेड पासवर्ड आपको भेज दिया जाएगा. आपको हर बार इसी से लॉग इन करना होगा.

now you can safe from syber attack

now you can safe from syber attack

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यदि आप अपने कम्प्यूटर पर होने वाले साइबर अटैक के खतरे से परेशान हैं तो अब चिंता की कोई बात नहीं, क्योंकि अब एक ऎसा सॉफ्टवेयर आ चुका है जो इस पूरी तरह से सुरक्षित रख सकता है।

इसमें खुशी की एक बात यह भी है टीसीपी नाम का यह सॉफ्टवेयर पूरी तरह से मुफ्त में मिलने वाला है, यानि इसका कोई चार्ज नहीं देना है।

साइबर अटैक से बचाने वाले इस फ्री सॉफ्टवेयर को जर्मनी की टेक्नीके यूनिवर्सिटाट मून्खेन के वैज्ञानिकों ने बनाया है। यह सॉफ्टवेयर वुलेरेबल सर्वर को केप्चर करते हुए कम्प्यूटर को उस पर होने वाले साइबर अटैक से बचाने में सक्षम है।

इस अनोखे सॉफ्टवेयर को जीएनयू और लीनक्स जैसे पर्टिकूलर एक्सपर्टाइज के लिए काम में लिया जा सकता है। इसमें प्रोग्राम्स के तौर पर दिए गए पोर्ट स्कैनर्स सिस्टम के लिए पॉटेंशियल वूलनेरेबल एग्जिबिट करने वाला इंटरनेट सर्च करते हैं।इस सॉफ्टवेयर के तहत कम्प्यूटर होने वाले साइबर अटैक की जानकारी के लिए एक ऑनर के कम्प्यूटर और सर्वर को एक टोकन नम्बर दिया जाता है। इस नम्बर के बाद एक कोड जनरेट होता है जिसकी बाद में इस सॉफ्टवेयर द्वारा स्कैनिंग के तहत जानकारी ली जाती है। इसके बाद किसी अनजान व्यक्ति द्वारा सेंध लगाने पर सही कोड नहीं दिया गया तो सिस्टम किसी भी तरह की जानकारी देने में असमर्थ हो जाता है।हैंसी ऑनलाइन के मुताबिक इस सॉफ्टवेयर को यूएस, कनाड़ा, यूके,ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलेंड की सिक्रेट फेडरेशन में प्रयोग मेंभ्भी लिया जा चुका है।

now any body can talk

now any body can talk

हरियाणा के 16 वर्षीय छात्र “अर्श शाह” ने एक ऎसी मशीन बनाई है जिससें बोल ना पाने वाले इंसान भी बात कर सकते हैं।

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शाह नेअपनी इस मशीन को “टॉक” नाम दिया है जो कि एक रोबोट है।टॉक रोबोट की सबसे खास बात ये है कि इसके जरिए बोल न पाने वाले लकवाग्रस्त से लेकर पार्किन्सन,एएलएस जैसी बीमारियों से ग्रस्तहै लोगा भी बातचीत कर सकते हैं। शाह की इस मशीने के लिए उन्हें बहुचर्चित गूगल साइंस फेयर में फाइनलिस्ट भी चुना गया है।अर्श शाह पानीपत में बारहवीं कक्षा के छात्र है और रोबोटिक्स के शौकीन है। उनका कहना है कि अक्षम लोगों को सस्ता विकल्प उपलब्ध कराने के लिए उन्होंने पॉकेट डिवाइस “टॉक” बनाई है। बीमारी के चलते बोल न पाने वाले लोग संवाद के लिए अपनी सांसों के इशारे को समझने वाली मशीनों पर निर्भर रहते हैं जो बहुत ही महंगी और आकार में बड़ी होती है। लेकिन शाह की बनाई हुई टॉक मशीन सस्ती और छोटी है।साइज में छोटी और सस्ती भी है-अर्श का बनाई टॉक मशीन साइज में इतनी छोटी है कि पॉकेट में फिट होजाती है और इसकी कीमत से 4-5 हजार रूपए के बीच में ही है, जबकि ऎसी ही दूसरी डिवाइसों के लिए लाखों रूपए चुकाने पड़ते है।टॉक मशीन ऎसे करती है काम-टॉक मशीन के एक ब्रेथ सेंसर के साथ जुड़ी होती है जो मरीज के कानपर फिट होता होता है और उसका सेंसर ठीक नाक के नीचे पहुंचता है। इसमें मीरज मोर्स कोड के आधार पर अपनी सांसों की तीव्रता और पैटर्न के जरिए इनपुट दर्ज क रते हैं। यह मशीन इन इशारों को ऑडियो संदेशों में बदल देती है। जिन वाक्यों का प्रयोग अक्सर किया जाता हो उनके लिए शॉर्टकोड भी दिए गए है।2015 तक बाजार में होगी उपलब्ध-अर्श की बनाई हुई टॉक मशीन 2015 तक बाजार में उपलब्ध होगी।

उन्होंने इस मशीन को लोगों तक पहुंचाने के लिए “क्राउड फंडिंग” का रास्ता चुना है।

mung daal ke pranthe

mung daal ke pranthe

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सामग्री-

सामग्री : छिलके वाली मूंग दाल-आधा कप, आलू उबले हुए-दो,
प्याज-दो,
हरी मिर्च-चार,
नमक- स्वादानुसार,
तेल-एक कप,
गेहूं का आटा-दो कप,
नमक-स्वादानुसार,
तेल-दो चम्मच,
पानी-दो कप।

यूं बनाएं-

यूं बनाएं : दाल को धो कर उसे 3 घंटे के लिए साफ पानी में भिगो दीजिए।
एक साफ कटोरे में आटा, नमक और तेल मिलाएं।
उसे पानी से गूंथ लें और एक मुलायम आटा तैयार कर लें।
आप चाहें तो मूंग दाल को मिक्सी में पहले पीस लें और फिर उसे आटे के साथ ही गूंथ लें या फिर मूंग दाल को पानीमें भिगो कर आटे के साथ गूंथें।
आटे में मसला हुआ आलू, प्याज और हरी मिर्च काट कर मिक्स करें और अच्छी प्रकार से गूंथें।
फिर इसे 30 मिनट तक किनारे रख दें। अबतवा गरम करें, आटे से लोई लें और उसका परांठा बना कर तवे पर तेल लगा कर सेकें।
मूंग दाल परांठा तैयार है।

loose wait easy trick

loose wait easy trick

यदि आप अपना वजन कम करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको अब जिम में पसीना बहाने के लिए सुबह जल्दी उठने की जरूरत नहीं है। आपको करना सिर्फ यह है कि ऑफिस जाते वक्त अपने वाहन का उपयोग न कर मेट्रो जैसे यातायात के सार्वजनिक साधनों का इस्तेमाल करना शुरू कर दीजिए।image

इंग्लैंड में हाल ही में किए गए एक अध्ययन के अनुसार निजी वाहन की बजाय सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने वाले व्यक्ति उनकी अपेक्षा कम चर्बी वाले पाए गए, जोऑफिस जाने के लिए निजी वाहनों का इस्तेमाल करते हैं। सार्वजनिक परिवहन से यात्रा करने वाले यात्रियों में मोटापे का खतरा कम होता है, हालांकि इस तरह सार्वजनिक परिवहन के जरिए दैनिकयात्रा करने वाले व्यक्यिों और मोटापे में संबंध के बेहतर प्रमाण मौजूद नहीं हैं।लंदन स्कूल ऑफ हाइजिन एंड ट्रॉपिकल मेडिसिन और लंदन कॉलेजविश्वविद्यालय ने सक्रिय यातायात और मोटापे के दो मुख्य सूचकों- बॉडी मास इंडेक्स और पर्सेटेज बॉडी फैट, के बीच संबंध की गणना करने के लिए यह अध्ययन किया।

अध्ययन में पाया गया कि पैदल चलने, साइकिल चलाने वालों और सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करने वाले लोगों का स्वास्थ्य बेहतर रहता है।सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करने वाले व्यक्तियों में निजी वाहन का इस्तेमाल करने वाले लोगों की अपेक्षा बीएमआई एक प्रतिशत कम रहा और उनका वजन भी अपेक्षाकृत औसतन तीन किलोग्राम कम पाया गया।

अध्ययन के अनुसार 76 प्रतिशत पुरूष और 72 प्रतिशत महिलाएं निजी वाहनों का इस्तेमाल करती पाई गई, जबकि सिर्फ 10 फीसदी पुरूष और 11 फीसदी महिलाएं ही सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करते पाए गए।