Insani mind se ladne ko teyar

Insani mind se ladne ko teyar

वैज्ञानिकों ने एक ऐसी मशीन बनाई है, जो किसी गेम को ख़ुद सीख लेती है.इस कंप्यूटर प्रोग्राम ने अब तक 49 वीडियो गेम सीख लिए हैं.इनमें से आधे में उसका प्रदर्शन किसी पेशेवर खिलाड़ी जैसा या उससेबेहतर है.

गूगल डीप माइंड से जुड़े शोधकर्ताओं ने कहा है कि ऐसा पहली बार हुआ कि एक सिस्टम ने कई तरह के जटिल काम सीखकर उनमें महारत हासिल की.डीप
Read more

Car who fly without driver hindi

Car who fly without driver hindi

अक्सर जब हम भारी भरकम ट्रैफ़िक जाम में फंस जाते हैं तो यही सोचते हैं, काश हमारी कार उड़ पाती!

तो बस वो कल्पना जल्द ही हक़ीक़त बनने वाली है. ऐसा अगले एक साल में मुमकिन है.और ये मुमकिन बनाया है अमरीका की कार बनाने वाली एक कंपनी ने.बोस्टन की कपंनी टेर्राफुजिया जल्द ही उड़ने वाली कार बाज़ार में पेश करने वाली है. कंपनी ने इसका पहला मॉडल भी तैयार कर लिया है. और इसका नाम रखा है ‘द ट्रांजिशन’.ये उड़ती कैसे है?’द ट्रांज़िशन’ को बस ये बताइए कि आपको जाना कहां है?

और फिर अगलेकुछ ही पलों में ये कार हवाई जहाज़ में बदल जाएगी.इसे एक छोटा निजी हवाई जहाज़ कहा जा सकता है. आइए देखते हैं कि येहवाई कार उड़ती कैसे है?कार में उड़ने के लिए ‘द ट्रांज़िशन’ में 600 एचपी वाले दो इलेक्ट्रॉनिक मोटर पॉड्स लगाए गए हैं. हर पॉड में सुरक्षा के लिहाज़ से 16 अलग अलग मोटर्स भी फ़िट हैं.

जैसे ही कार स्टार्ट होती है मेगावाट्शक्ति से चलने वाले ये मोटर्स इसे हवा में उठा देते है.समय की बचत कर के हवा में उठने के बाद दोनों मोटर पॉड्स आगे की ओर मुड़ जाते हैं. मंज़िल पर पहुंचने के बाद पॉड्स फिर से मुड़कर कार में फिट हो जाते हैं. फिर कार लैंड हो जाती है.हवाई कार’द ट्रांजिशन’ को रीचार्ज करने के लिए एक 300एचपी का इंजिन भी लगाया गया है. इसकी रफ़्तार क़रीब 200 मेगाहर्ट्ज हैऔर रेंज 500 मील तक है.द ट्रांज़िशन के बाज़ार में साल 2016 में आने की उम्मीद है.

Bchen internet highjacking se

Bchen internet highjacking se

जिस प्रकार वास्तविक जीवन में आपराधिक घटनायें होती रहती है, उसकी प्रकार इंटरनेट पर भी साइबर अपराधी घटनायें करने की जुगत में लगें रहतेहैं, अगर इन साइबर अपराधियों पर समय रहते ध्यान न दिया जाये तो यह अापको काफी नुकसान पहुॅचा सकते हैं, इन साइबर अपराधों में से एक है इंटरनेट या ब्राउजर Read more

Kya mobile phone biman gira skta hai

Kya mobile phone biman gira skta hai

                     इस दावे में कितना सच है कि मोबाइल और अन्य इलैक्ट्रॉनिक गैजेट संवेदनशील इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम को बाधित करते हैं?

       मैं एक गलती कबूल करतीहूं जो अभी तक राज़ था. मार्च में मेरा विमान हीथ्रो हवाई अड्डे से उड़ने की तैयारी में था, तभी एक विमान में घोषणा हुई कि सभी यात्री अपने इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बंद करें.लेकिन बात मानने की बजाय मैंने ठीक उलट अपना स्पार्टफोन जेब में और अंदर घुसा दिया.मुझे काम के सिलसिले में अति महत्वपूर्ण मैसेज देखने थे, और निश्चित तौर पर मेरा छोटा सा हैंडसेट विमानको आसमान से ज़मीन पर गिराने की ताक़त तो नहीं रखता था.क्या इसमें इतनी ताक़त थी?

Read more

Download BE ON

Download BE ON

Download BE ON Instant Massaging android app
download

image

Be On app launched on today.
It is an android app to do instant chat .
Created by AKSHAY DIXIT
POWERED BY TELEGRAM

Now the question is

Why switch to BE ON?

Private
image

BE ON messages are heavily encrypted and can self a destruct.

clouds based
image

BE ON let’s you access your messages from multiple devices.

Fast
image

BE ON delivers messages faster than any other application.

Distributed

BE ON servers are spread worldwide for security and speed.

Open

BE ON has an open a piano protocol free for everyone.

Free
image

BE ON is free forever. No ads. No subscription fees.

Secure
image

BE ON keeps your messages safe from hacker attacks.

Powerful

image

Be on has no limits on the size of your media and chats.

😁😁We Can do It!✌✌
👉Help make messaging safe again – spread the word about BE ON .

download

What can you do with BE ON?

Connect from most remote locations.
Coordinate groups of up to 200 members.

Synchronize your chats across all your devices.

Send documents of any type.

Encrypt personal and business secrets.

Destruct your messages with a timer.

Store your media in the cloud.

Build your own tools on our API.

Enjoy feedback from your customers.

👌💟BE ON💟💞

BE ON is a cloud-based mobile messaging app with a focus on security and speed.

download

Bones are really usable

Bones are really usable

http://www.flipkart.com/affiliate/displayWidget?affrid=WRID-141831365925317608

सूरज के नज़दीक जाने वाले किसी भी यान को राख होने से बचाना ही सबसे बड़ी चुनौती है.वैज्ञानिक क्रिस ड्रेपर ने जानवरों की हड्डियों का इस्तेमाल करके इस चुनौती का जवाब ढूंढा है.

उन्होंने
Read more

Tedi job yani budhape me achi memory

Tedi job yani budhape me achi memory

वकील और ग्राफ़िक डिजाइनर जैसे पेशेवर जो ज़्यादा दिमागी कसरत करते हैं, उम्र के आख़िरी दौर में अच्छी याददाश्त के मालिक होते हैं.

http://www.flipkart.com/affiliate/displayWidget?affrid=WRID-141831365925317608

            स्कॉटलैंड में एक हज़ार लोगों पर किए गएएक सर्वे में ये बात सामने आई है.इस सर्वे में भाग लेनेवाले लोग उम्र के सातवें दशक में थे और उनका पेशा ज़हनी तौर पर पेचीदगी भरा कहा जासकता था, लेकिन याददाश्त और सोचने-समझने की काबिलियत के इम्तहान में वे खरे उतरे.अधिक उत्तेजनापूर्ण माहौल में रहने से ढलती उम्र के बावजूद उनके दिमाग में ‘जानकारी का खजाना’ बने रहने में मदद मिलती है.

कामकाजी जिंदगीएडिनबरा यूनिवर्सिटी की रिसर्च टीम की यह रिपोर्ट न्यूरोलॉजी मैगज़ीन में प्रकाशित हुई है.इस सर्वे में जिन लोगों ने भाग लिया था उन्होंने एक प्रश्नावली के ज़रिए अपनी कामकाजी ज़िंदगी के बारे में जानकारी दी.प्रबंधन और शिक्षण के पेशे से जुड़े लोगों को याददाश्त के इम्तेहान में अच्छे नंबर मिले क्योंकि उन्हें आंकड़ों और सूचनाओं से जूझना होता है.लेकिन फैक्टरी मज़दूर या जिल्दसाज़ी जैसे पेशों से जुड़े लोगों को कम नंबर मिले क्योंकि उनका काम बौद्धिक तौर पर कम जटिल माना जाता है.

बौद्धिक क्षमतारिसर्च टीम के लीडर डॉक्टर एलन गोव कहते हैं, “जांच के नतीजों से ये समझने में मदद मिली है कि जिन पेशों में अच्छी याददाश्त औरसमझदारी की जरूरत होतीहै उनसे जुड़े लोगों का बुढ़ापा बेहतर होताहै.”हालांकि इन नतीजों तक पहुँचने के लिए सर्वे में यह भी ध्यान में रखा गया कि भाग लेने वाले व्यक्तियों की बौद्धिक क्षमता 11 साल की उम्र में क्या थी.

What do if your smart phone broken

What do if your smart phone broken

हालांकि ये सेवा ब्रिटेन में मुहैया कराई जा रही है लेकिन स्मार्टफ़ोन टूटने की सूरत में फ़ौरी मरम्मतकी चाहत हर यूज़र रखताहै.स्क्रीन टूटने और बटन ख़राब होने की स्थिति में अमरीकी फ़र्म की इस सर्विस की लोकप्रियता तेज़ी से बढ़ रही है.बाज़ार के इस नए खिलाड़ी ‘आई-क्रैक्ड’ को उम्मीद है कि ग्राहकों के पास सीधे तकनीशियनों को भेजने से उसकी बाज़ार पर पकड़ मजबूत होगी.

कंपनी कभी-कभी तो घंटेके भीतर ही अपने तकनीशियन को कस्टमर केपास भेज देती है.लेकिन इसके आलोचकों नेअभी से ही इसके असर कोलेकर सवाल खड़े करना शुरू कर दिया है.लागत?यह कंपनी पहले से ही अमरीका के 250 शहरों में कारोबार कर रही है और जैसा कि नामसे जाहिर होता है उसकीसेवाएं ज्यादातर एपल प्रोडक्ट्स के लिए होते हैं लेकिन वे सैमसंग के भी कुछ मॉडल्स को भी ठीक करतेहैं.फ़र्म का कहना है कि ख़राब स्मार्टफ़ोन को रिपेयर करने की लागत अलग-अलग हो सकती है लेकिन यह औसतन 57 पौंड या साढ़े पांच हज़ार रुपये के करीब होती है.’आई-क्रैक्ड’ के फाउंडर एजे फ़ोर्सिद कहते हैं, “ज़्यादातर लोगों के लिए स्मार्टफ़ोन उनके जीवनका एक हिस्सा बन जाता है. इसलिए जब ये टूटताहै तो उनकी रोज़मर्रा की जिंदगी पर बहुत असरपड़ता है.

“2010 में हुई शुरुआत के बाद आज आईक्रैक्ड के लिए अमरीका में तकरीबन एक हज़ार तकनीशियन काम करते हैं.वेब और ऐपब्रिटेन में फ़िलहाल इसकी सेवाएं लंदन तक सीमित हैं और कंपनी काइरादा अगले साल तक तकनीशियनों की संख्या बढ़ाकर 30 से 100 करना है.कस्टमर चाहें तो आईक्रैक्ड की वेबसाइट या इसके ऐप के जरिए किसी तकनीशियन को बुलासकते हैं.

हालांकि आलोचक कहते हैं कि इस तरह की सेवाएं पहले से बाजार में मौजूद हैं और स्क्रीन टूटने की सूरतमें उसे तकनीशियन से एपॉन्यटमेंट तो लेना ही होगा.उधर एपल ने इस पर कुछ कहने से मना कर दिया लेकिन इसकी वेबसाइट टूटे हुए स्मार्टफ़ोन के लिए उपभोक्ताओं से आधिकारिक सेंटर पर जाने की सलाह दी हुई है.